436+ गम शायरी इन हिंदी | Gam Shayari In Hindi
Gam Shayari In Hindi

दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना,
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना,
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते हैं,
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना.
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे.
गम शायरी इन हिंदी
न तस्वीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये,
न तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाये,
ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम,
न कुछ कहा जाये न तुम बिन रहा जाये.
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है.
Shayari on Gam in Hindi
बिन बताये उसने ना जाने क्यों ये दूरी कर दी,
बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी,
मेरे मुकद्दर में ग़म आये तो क्या हुआ,
खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी.
जिंदगी भर दर्द से जीते रहे,
दरिया पास था आंसुओं को पीते रहे,
कई बार सोचा कह दू हाल-ए-दिल उससे,
पर न जाने क्यूँ हम होंठो को सीते रहे.
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कभी याद है तेरी,कभी बात है तेरी,
मेरी हर बात में तू ही झलकती है,
तू मेरे ख्यालों में बसती है,जज्बातों में आती है,
तू दूर है मुझसे बस इसीलिए ये आंखे नम होती है.
जहर की भी जरुरत नहीं पड़ी
हमें मारने के लिए, तुम्हारे ऐसे
बर्ताव ने ही हमें मार डाला।
Latest Gam Shayari for Sad Lovers in Hindi
दर्द कितना है बता नहीं सकते,
ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते,
आँखों से समझ सको तो समझ लो,
आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते.
दुखो का आसमान मुझ पर टूट पड़ा,
जब तूने मुझे अकेला छोड़ दिया,
दिल तेरे ही प्यार में फिर भी कूद पड़ा,
लेकिन तूने हर बार मुझे इंकार कर दिया.
गम भरी शायरी हिंदी में
मिटा कर दूरियों को दिल मे प्यार रखना,
प्यार का ये रिश्ता यूँ ही बरकरार रखना,
अगर किस्मत से हम आपसे बिछड़ भी जाएं,
तो हमारा इंतज़ार आंखों में सजाएं रखना.
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.
2022 gam shayari status
ग़म इसका नहीं कि तू मेरा न हो सका,
मेरी मोहब्बत में मेरा सहारा ना बन सका,
ग़म तो इसका भी नहीं कि सुकून दिल का लुट गया,
ग़म तो इसका है कि मोहब्बत से भरोसा ही उठ गया.
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे,
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे,
उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे.
तू सुबह की किरण बन कर मुझे सताती है,
मुझे अपने गहरे दुख का एहसास दिलाती है,
कितनी भी कोशिश की तुझे भुलाने की,
तेरी याद फिर भी मुझे बहुत रुलाती है.